Quote – 5
मुख्तसर जो मुलाकातें करती थीं हमसे,वो कौन आया ज़िन्दगी में कि सब इतना बदला सा है।गुमान अपनी खूबसूरती पे है या,ईमान तुम्हारा बदला सा है। Rishabh Badal
मुख्तसर जो मुलाकातें करती थीं हमसे,वो कौन आया ज़िन्दगी में कि सब इतना बदला सा है।गुमान अपनी खूबसूरती पे है या,ईमान तुम्हारा बदला सा है। Rishabh Badal
सोचता हूँ कि अब मैं तुझे क्या नाम दूँ ,तुम जब आये थे कहते थे मैं हूँ वफ़ा। Rishabh Badal
इस जहां में जो ना हो मुकम्मल, ऐसा काम करते हैं... चलो, हम प्यार करते हैं। Rishabh Badal